Presentation of Sanskrit Works of Youngsters.(The First International Sanskrit Interview Series for Youngsters.)

यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो संस्कृत जगत् मे किए गए योगदान को लेकर समर्पित है। विशेषकर युवाओं के द्वारा किये गये/किये जा रहे एवं किये जाने वाले प्रकल्पों को समझने में यह अंतर्वीक्षा समस्त संस्कृत जिज्ञासाओं के लिए उपयोगी होगी। इस माध्यम से हम जान सकते हैं कि संस्कृत जगत् में कितने प्रकार के नवीनतम कार्य हो रहे हैं और किए जा सकते हैं। हो सकता है इन संस्कृतानुरागियों की किसी भी प्रणाली में हम भी एक उपयोगी करण के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। इसी आशय से संस्कृतान्तर्वीक्षा : Presentation of Sanskrit Works of Youngsters. की शुरुआत करने हेतु कदम उठाया गया है। आप सभी की सहभागिता स्वाभाविक है। इसके अन्तर्गत हम महीने में एक या दो नवोदित संस्कृत विद्वानों की अन्तर्वीक्षा ली जाएगी। इसमें चयनित प्रतिभागी के प्रश्न भी रखेंगे।
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We are pleased to announce, one more initiative of Jahnavi Sanskrit Journal. The initiative called “संस्कृतान्तर्वीक्षा: Presentation of Sanskrit Works of Youngsters.”. The initiative is for the people who have contributed to the field of Sanskrit in their personal capacity, outside any institutional framework or support. The proposed web-series will host the unique talk/interview of the individuals who have contributed to the Sanskrit Language/Literature. The invited guest for the talk would be individuals, played the role of a facilitator, in the service of Sanskrit in their unique way. The individuals who have committed themselves in the society for the development and preservation of Sanskrit. The web series also offers a unique opportunity for the individuals, who want to interview or talk to the contributors to strengthen the relationship between “Sanskrit and Society”.

टीम

नेटवर्क क्रियेटर

Dr. Bipin Kumar Jha

मुख्यसंयोजिका

Dr. Deepika Dixit

मार्गदर्शिका

Dr. Sarita Shrivastava

राज्यशः संयोजक

तकनीकि टीम

Mr. Rahul Kashyap
Mr. Manish Mishra

परिचय


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संग्रह

परिचयात्मक वीडियो

इसके अन्तर्गत कार्यक्रम की शुरुआत किस उद्देश्य से हुई साथ ही संस्कृतान्तर्वीक्षा क्यों जनसामान्य हेतु आवश्यक है इसकी सूचना दी गयी है।



संग्रहप्रभाग

इसके अन्तर्गत आज तक जितने भी स्कृतान्तर्वीक्षा कार्यक्रम का आयोजन हुआ उन सभी को यथावत देखा जा सकता है।